इश्क़, प्यार और महोब्बत तीन अलग अलग शब्द है लेकिन इनका मतलब एक ही है। आज भले ही प्यार का मतलब किसी को पता न हो लेकिन हर कोई इसमें गिरना चाहता है, इसके रंग देखना चाहता है इसे महसूस करना चाहता है। प्यार सिर्फ लड़का-लड़की वाला नहीं होता, एक माँ का अपने बच्चे के लिए, एक बहन का अपने भाई के लिए भी होता है। लेकिन आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में किस के पास इतना समय है कि वो प्यार का मतलब जाने। बस बेहिसाब दौलत मिल जाये प्यार तो कहीं से भी मिल जायेगा।
प्यार हर रिश्ते को मजबूती देता है, एक पकवान में स्वाद का काम करता है प्यार। जब माँ अपने बच्चे के माथे को चूमती है तब एहसास होता है कि आखिर क्या है प्यार। जब बहन अपने छोटे भाई को गोद में इधर-उधर घुमाती है तब मालूम होता है कि ये है प्यार। सिर्फ प्यार बोलने से नहीं मिलता न ही बढ़ता है, इसके लिए चाहिए समझ और एहसास। हीर-रांझा, सोनी-महिवाल को कौन नहीं जानता इनके प्यार के रिश्तों के बारे में हम हमेसा सुनते आये है। ये आज भले ही हमारे बीच में नहीं है लेकिन जब भी प्यार की बात आती है तो इनका नाम आना लाज़मी है क्योंकि इनका प्यार सच्चा था,अटूट था। आज ये नहीं है लेकिन प्यार का एहसास कभी नहीं जाता, वो तो हवा की तरह हमेसा यही रहता है। लेकिन सब रिश्तों की हैप्पी एंडिंग हो ये मुमकिन तो नहीं, हर रिश्ता प्यार पे शुरू हो और प्यार पे ही खत्म ये भी मुमकिन नहीं क्योंकि बहुत बार प्यार तो होता है लेकिन मिल नहीं पता। सबके प्यार की कहानी पूरी नहीं हो पाती, जिनकी होती है वो सच में भाग्यशाली होते होंगे और जिनका प्यार अधूरा रह जाता है उनकी कहानी भी अधूरी रह जाती है। पास तो आते है लेकिन दूरियाँ कम नहीं होती क्योंकि जरुरी नहीं की आसमा और जमीं कभी एक हो, उसी तरह ये भी जरूरी नहीं की हर प्यार पूरा हो।और जब प्यार पूरा नहीं होता, जिसे हम चाहते है उसका साथ उम्रभर नहीं मिलता तो वो वक़्त वो पल हमे तड़पा तड़पा के मार देता है। अगर प्यार अधूरा रह जाये तो जिंदगी तो रहती है पर जीने का मन नहीं करता, न खुद की खबर रहती है ना किसीकि सुध बस उसका चेहरा बार बार याद आता है। दिन तो जैसे तैसे गुज़र जाता है लेकिन शाम फिर उसकी याद लेकर दरवाजे में दस्तक देती है, फिर वो रात 7-8 घंटो की नहीं बल्कि 7-8 सालों की लगती है। आज इंसान सिर्फ पैसों के लिए पागल हो रहा है ना घरवालों की चिंता रहती है ना अपने चाहने वालों की, लेकिन जब कोई चाहने वाला दूर चला जाता है तब हम उस वक़्त को याद करते है जब हम उन्हें वक़्त नहीं दे पा रहे थे। कोसते है तब खुद को की ये क्या हो गया, चाहता था जिसे दिलो जान से आज वो ही दूर चला गया।
प्यार हर किसी को मिले ये जरूरी नहीं , प्यार अगर गुड़ की तरह मीठा होता है तो इसी को आग का दरिया भी कहा जाता है। ये हमेसा दो रूप दिखता है, कभी हसाता है तो कभी रुलाता है। अगर कोई तम्हे दिल से प्यार करे तो उसका साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि इस दुनिया में सबसे खूबसूरत एहसास है प्यार, बहुत किस्मतवालों को मिलता है।
प्यार हर किसी को मिले ये जरूरी नहीं , प्यार अगर गुड़ की तरह मीठा होता है तो इसी को आग का दरिया भी कहा जाता है। ये हमेसा दो रूप दिखता है, कभी हसाता है तो कभी रुलाता है। अगर कोई तम्हे दिल से प्यार करे तो उसका साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि इस दुनिया में सबसे खूबसूरत एहसास है प्यार, बहुत किस्मतवालों को मिलता है।
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