हमारा समाज, हमारा देश मीडिया के बिना संभव नहीं है शायद यही कारण है कि इसे हमारे देश का चौथा स्थंब माना जाता है। हम बिना मीडिया के लिएअपने देश की कल्पना भी नहीं कर सकते। आज से 50-60 साल पहले तक मीडिया का हमारा समाज में इतना बोलबाला नहीं हुआ करता था क्योंकि उस वक़्त सिर्फ चुनिंदा अखबार ही देखने को मिलते थे, लेकिन आज हर तरफ मीडिया के कारनामे देखने को मिलते है। अखबार हो या टेलीवीज़न या फिर ऑनलाइन पोर्टल आज मीडिया ही खबरों के आदान प्रदान का मुख्य जरिया बन गयी है।
कहते है कि मीडिया हर देश का आईना होता है क्योंकि वो हमारे देश की सच्चाई और हमारे समाज की तस्वीर दुनिया को दिखाता है। मीडिया के आने से हमारे देश में भी बड़े बड़े बदलाव आये है। आज हर एक व्यक्ति ताकतवर है क्योंकि आज मीडिया आम जनता के साथ उनके हित के लिए खड़ा है। आज किसी को भी सच्चाई से डर नहीं लगता क्योंकि आज मीडिया सच्चाई के साथ हर पल खड़ा दिखता है, तभी कहा जाता है कि", मीडिया है तो डरना क्या?"। आज मीडिया न होता तो सरकार के कारनामे आम जनता को पता ही नहीं चल पाता, उन्हें ये बात कौन बताता की जिस सरकार को उन्होंने अपने कीमती वोट देकर चुना है वो उनके लिए क्या क्या कर रही है। बड़े बड़े सरकारी अधिकारियों की रोजाना मनमानी होती अगर मीडिया ना होता। आम जनता हर दिन धोखा खाने को मजबूर होती अगर मीडिया ना होता। आज मीडिया है तो अब दूध का दूध और पानी का पानी है। ना कोई झूठ का पर्दा रहा है ना ही किसी तरह का धोखा, मीडिया के आने से समाज की सच्चाई हर कोई घर बैठे देख सकता है। हमारी सरकार का सुस्त सिस्टम हो या अलग अलग पार्टियों के नेता, हर किसी की पूरी खबर रखने वाला मीडिया आज आम जनता की ताकत बनके उभरा है। समाज में हो रहे अन्याय को साफ़ तौर पे दिखने वाला मीडिया आज उस इंसान की ताकत बन चुका है जो सिस्टम के आगे थक गया है। मीडिया में बहुत ताक़त होती है , एक पल में ये किसी की जिंदगी बनाती है तो अगले ही पल किसी की जिंदगी को झटका देती है। मीडिया की ताकत से हर कोई वाकिफ है शायद तभी आज युवायों में मीडिया की तरफ आकर्षण देखा जा रहा है। ये पत्रकारिता के छेत्र में अच्छी खबर है क्योंकि हमारे देश के सुस्त सिस्टम को रिफ्रेश करने के लिए युवायों का इस तरफ बढ़ना जरूरी है। मीडिया ने तब भी हमारे देश का साथ दिया था जब हम आजादी के लिए संघर्ष कर रहे थे और आज 70 साल बाद भी मीडिया उसी तरह हमारे देश को आगे लेकर जाने में साथ दे रहा है।
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