उत्तराखंड में परेशानियाँ रुकने का नाम ही नहीं ले रही है, पहले लगातार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की समस्या और अब डेंगू का बढ़ता प्रकोप। उत्तराखंड की ये तस्वीर हर साल देखने को मिलती है । हर साल बरसात में यहाँ क्या तांडव मचता है ये हम सब भली भांति जानते है,हर बार देखते है और बरसात के बाद शुरू हो जाता है डेंगू का जानलेवा कहर।
इस बार भी बरसात के साथ परेशानियाँ तो आई ही लेकिन अब प्रदेश के लोग डेंगू के प्रकोप से सहमे हुए है। अभी तक 300 मामले सामने सामने आ चुके है जिनमे से 8 मरीजों की डेंगू से मौत हो चुकी है। ये आंकड़ा लगातार बड़ रहा है खासकर राजधानी देहरादून में हालात बेहद खराब है। सिर्फ देहरादून में ही ढाई सौ से ज्यादा मामले सामने आये है, ऐसे में डेंगू किस तरह से पैर पसार रहा है ये प्रशाशन के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
बरसात के समय में डेंगू का प्रकोप ज्यादा हो जाता है क्योंकि हर तरफ पानी इखट्टा हो जाता है। घर के सामने,इधर-उधर , नालियों में, पुराने बर्तनों में, नारियल के खोल में इन सब में पानी जमा हो जाता है फिर उसमे डेंगू के मच्छर पनपने लगते है, जो की लोगों के लिए काफी खतरनाक साबित हो जाते है।
डेंगू की वजय से हर साल हजारों लोग अपनी जान खो देते है, लाखों लोग प्रभावित होते है ऐसे में सरकार भी इसमें काफी सतर्कता बरतती है। लेकिन सरकारी पोल तो तब खुलती है जब डेंगू का आंकड़ा आसमान छूने लगता है। सरकार अपनी तरफ से कोशिस तो करती है की लोगों को इसके प्रति जागरूक हो सके लेकिन फिर भी कहीं न कहीं गलतियां होती दिखती है। डेंगू आजकल बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है जिसके चलते लोगों में काफी डर भी देखा जा रहा है।
डेंगू से बचने के लिए अपने आस पास के इलाके में साफ़ सफाई रखने की जरूरत होती है। कोशिश ये करनी चाहिए की किसी भी पुरानी चीज में पानी न जमा हो, क्योंकि उसी में डेंगू के मच्छर पनपते है। सरकार प्रचार प्रसार करके अपनी तरफ से जिम्मेदारी को पूरा बता देती है लेकिन असल जिम्मेदारी हमारी खुद की है, हमे ही अपने घर के आस पास साफ़ सफाई रखनी है,ताकि डेंगू को शुरू होने का भी मौका ना मिले।
बरसात के समय में डेंगू का प्रकोप ज्यादा हो जाता है क्योंकि हर तरफ पानी इखट्टा हो जाता है। घर के सामने,इधर-उधर , नालियों में, पुराने बर्तनों में, नारियल के खोल में इन सब में पानी जमा हो जाता है फिर उसमे डेंगू के मच्छर पनपने लगते है, जो की लोगों के लिए काफी खतरनाक साबित हो जाते है।
डेंगू की वजय से हर साल हजारों लोग अपनी जान खो देते है, लाखों लोग प्रभावित होते है ऐसे में सरकार भी इसमें काफी सतर्कता बरतती है। लेकिन सरकारी पोल तो तब खुलती है जब डेंगू का आंकड़ा आसमान छूने लगता है। सरकार अपनी तरफ से कोशिस तो करती है की लोगों को इसके प्रति जागरूक हो सके लेकिन फिर भी कहीं न कहीं गलतियां होती दिखती है। डेंगू आजकल बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है जिसके चलते लोगों में काफी डर भी देखा जा रहा है।
डेंगू से बचने के लिए अपने आस पास के इलाके में साफ़ सफाई रखने की जरूरत होती है। कोशिश ये करनी चाहिए की किसी भी पुरानी चीज में पानी न जमा हो, क्योंकि उसी में डेंगू के मच्छर पनपते है। सरकार प्रचार प्रसार करके अपनी तरफ से जिम्मेदारी को पूरा बता देती है लेकिन असल जिम्मेदारी हमारी खुद की है, हमे ही अपने घर के आस पास साफ़ सफाई रखनी है,ताकि डेंगू को शुरू होने का भी मौका ना मिले।
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