Monday, 29 August 2016

करोड़ो की एजुकेशन..

आज से 20-25 साल पहले की बात करे तो तब हमारे देश में पढ़ाई इतनी ज्यादा महंगी नहीं थी जितनी आज की तारीक में है। आज मेहंगाई की मार झेल रही जनता के लिए बच्चों को इंटर तक पढ़ाना भी चुनोती बन चुका है। एक तरफ प्राइवेट स्कूलों की मनमानी बढ़ती ही जा रही है और सरकारी स्कूलों में तो एडमिशन वैसे ही मुश्किल से होता है। आज एजुकेशन लगभग करोड़ों रुपए की हो चुकी है। 15 साल पहले तक डॉक्टरी की पढ़ाई 10 लाख तक में पूरी होती थी तो वहीँ आज डॉक्टरी यानि की MBBS की पढ़ाई एक अच्छे प्राइवेट में डेढ़ से दो करोड़ रुपए में हो रही है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई से लेकर हाइयर एजुकेशन तक सब लाखों करोड़ों की हो गयी है इसलिए आज एजुकेशन हर किसीके लिए मुमकिन नहीं हो पा रही है।आपको जानकर बड़ी हैरानी होगी की इस वक़्त विश्व के सबसे महंगे यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए लाखों रुपए डोनेशन के रूप में देने होते है और सालाना इनमें सिर्फ पढ़ाई-पढ़ाई के 35 से 40 लाख रुपए लगते है। चाहे भारत के IIT हो या अमेरिका का कैम्ब्रिज कॉलज या ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी, इनमे एडमिशन लेना शायद हर स्टूडेंट का सपना होता है लेकिन इनमे एडमिशन के लिए जेब में करोड़ों रुपए की जरूरत पड़ती है। माना जाता है की ऑक्सफ़ोर्ड, कैम्ब्रिज और कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी ये दुनिया के सबसे महँगे कॉलज है जिनमे पढ़ाई करोड़ों की होती है। 
        हमारे भारत में भी इस वक़्त IIT, IIM और सिम्बोइस को सबसे महँगे कॉलज में गिना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है की यहाँ बस पैसे ही लगते है यहाँ पढ़ाई भी उच्च स्थर की होती है। कुछ दिनों पहले ही शोध में सामने आया की भारत के उच्च कॉलज से MBBS की पढ़ाई लगभग 2 करोड़ में हो रही है। ऐसे में ये अंदाजा लगाया जा सकता है की किसी ज़माने में हजारों में होने वाली पढ़ाई आज करोड़ों की हो चुकी है। मिडिल क्लास और गरीब वर्ग के लोगों के लिए उच्च कॉलज का हिस्सा बनना बस एक सपना बनकर रह जाता है। स्कूलों की मनमानी के भी आज सब परेशान है, आये दिन प्रोजेक्ट के लिए रुपए, नए नए चार्ट और एक्सिबिशन के लिए रुपए, मॉडल बनाने के लिए रुपए, हर 2 दिन में प्रोग्राम के लिए रुपए। ऐसे में अभिभावकों के लिए रोजाना खर्च निकलना मुश्किल होता जा रहा है। आज मेहंगाई से पूरा देश परेशान है, दाल-सब्जी से लेकर पढ़ाई तक सब कुछ महंगा है।आज एजुकेशन करोड़ों की हो चुकी है रो की आने वाले समय में और बड़ सकती है।

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