शराबबंदी पर कानून फ़ैल..
हमारे देश में हमेसा से ही शराब सेवन को लेकर कानून सख्त रहा है लेकिन बावजूद उसके आज तक सरकार शराब पर पूरी तरह से पाबंदी नहीं कर सकी है। करण ये है की सरकार का शिकंजा सिर्फ सिमित जगहों तक ही रहा है जिसके चलते नामी इलाके तो सरकार और प्रशाशन की नजरों तक आ जाते है लेकिन छोटे कज्बों पर शराब बनती रहती है और बिकती है।
शराब को पब्लिकली बेचना या सेवन करना कानूनन अपराध है, अभी तक इसका उलंघन करने पर 10 हजार रुपए तक जुर्माना या फिर 6 महीने तक की सज़ा होती है लेकिन अब केंद्र सरकार ने शराबबंदी के लिए और सख्ती दिखाने जा रही है। अभी तक भले ही प्रशाशन इसमें फ़ैल साबित हुआ हो लेकिन उम्मीद की जा सकती है कि सख्ताई दिखाने से शराब पर पूर्ण तरह से पाबंदी लग सकती है। बिहार, हरयाणा राजस्थान में सरकार ने शराब सेवन को पूर्ण तरह से बंद कर दिया है लेकिन इसके बावजूद अभी भी रोजाना शराब तस्करी, या शराब पीने से मौतों की खबरें देखने को मिलती है। सरकार द्वारा अब शराबबंदी का उलंघन करने पर 1 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल से लेकर उम्र कैद तक की सज़ा हो सकती है। सरकार द्वारा पहले ही इस बात को साफ़ किया गया है की सार्वजानिक जगहों पर यानि स्कूल या कॉलज परिसर, हॉस्पिटल या किसी भी ऑफिस में शराब का सेवन करना कानूनन अपराध है। अगर किसी काम काजी ऑफिस में शराब सेवन किया जाता है तो इस मामले में ऑफिस के हैड और उच्च कर्मचारियों को भी सजा मिल सकती है। इतनी सख्ती के बावजूद रोजाना हमारे देश में हजारों लोग अपने स्वास्थ्य से खेल रहे है। आज शराब सेवन को रोकने के लिए हजारों संस्थान सामने आ चुके है, लाखों लोग इसे रोकने में लगे हुए है लेकिन अभी भी कोई खास सफलता इसमें नहीं मिली है।
सरकार अपनी तरफ से पूरा काम करती है, लेकिन थोडा प्रशाशन भी अगर इसमें सख्ती दिखाए तो हर छोटे-छोटे शेहरो और कज्बों पे हो रही शराब की तस्करी और मिलावटी शराब के उत्पाद को रोका जा सकता है। शराब सेवन से आज तक करोड़ों लोगों की हस्ती खेलती जिंदगियां बर्बाद हो चुकी है, परिवार के परिवार खत्म हो चुके है क्योंकि शराब बेहद हानिकारक पदार्थ है। अगर सरकार इसमें पूरी तरह से पाबंदी लगाने में कामयाब होती है तो हमारे समाज को , हमारे देश को काफी हद तक फायदा मिलेगा और हमारे भारत का हर परिवार खुशहाली से अपना जीवन व्यतीक कर सकेगा।
No comments:
Post a Comment