
केंद्र सरकार का ये फैसला काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है क्योंकि अब देखा जा रहा है कि जिन लोगों के पास गलत कमाई से जुटाया गया धन है अब वो उस रूपये को जला रहे है, कहीं कहीं तो लाखों रुपए नालों में बहते नजर आने लगे है क्योंकि अब काला धन रखने वालों के पास कोई और रास्ता नहीं बचा जिससे वो इन रुपए को बचा सके. न वो ये लाखों-करोड़ों रुपए बैंक में जमा कर सकते है न ही इनको खर्च कर सकते है क्योंकि अब ये नोट मात्र एक कागज का टुकड़ा रह गया है. इस ऐतिहासिक कदम के और भी बहुत फायदे नजर आ रहे है, बड़े ताज्जुब की बात है कि 8 नवम्बर से अभी तक घाटी में पत्थरबाज़ी की एक भी घटनाएं सामने नहीं आई है क्योंकि जिन कश्मीरी युवकों को 500-1000 के नोट देकर सेना पर पत्थर मारने को कहा जाता था वो नोट तो अब बंद हो चुके है इससे अब आतंकवादियों के पास भी रुपए नहीं बचे है जो की भारत की नजर से बहुत अच्छी खबर है, मतलब एक बात तो साफ़ हुई है कि मोदी सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जिसकी हमारे देश सख्त जरूरत थी, और उस कदम के परिणाम अब हमें दिखाई देने लगे है. लेकिन इस फैसले को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए क्योंकि ये कदम हमारे देश के लिए है और देश सिर्फ एक पार्टी का नहीं है, चाहे कांग्रेस हो या आप ,या फिर सपा, इन सबको मिलाकर ही भारत बनता है तो हर किसी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए. काले धन के मामले में हमारा देश की स्तिथि काफी अच्छी-ख़ासी है ये बड़े शर्म की बात है, एक तरफ हम चाहते है कि हमारा देश हर छेत्र में आगे रहे लेकिन काले धन को छुपा छुपा कर देश का बंटा धार करने पर तुले है.
No comments:
Post a Comment