Friday, 25 November 2016

50 दिन का इंतजार पीड़ाजनक...

केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद से ही अलग-अलग तस्वीरें देखने को मिल रही है, कहीं लोग एटीएम के बाहर लंबी लाइनों में खड़े दिख रहे है तो कहीं शादी वाले घर में खोमोसी पसरी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 125 करोड़ भारतीयों से माहौल सामान्य करने के लिए 50 दिनों का समय मांगा है लेकिन जिस तरह लोगों को नोटबंदी से लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उससे ये 50 दिन बहुत ज़्यादा लग रहा है क्योंकि अब एटीएम और बैंक के बाहर खड़े लोगों पर लाठियाँ बरसायी जा रही है क्योंकि अब लोगों को पैसों की दिक्कत हो रही है. 
           अब ये 50 दिन पीड़ाजनक लग रहे है क्योंकि लोगों को पैसों की जरूरत आज है तो वो कैसे 50 दिनों का इंतजार करें ? अपने ही रुपए के लिए उन्हें घंटों लाइनों में लगना पड़ रहा है जिससे अब लोगों में आक्रोश साफ़ देखा जा रहा है और ये गुस्सा जाएज़ भी है क्योंकि सरकार ने अचानक फैसला तो ले लिया लेकिन कहीं न कहीं होमवर्क नहीं किया जिससे अब छोटे नोटों की क़िल्लत पड़ रही है, सरकार को कुछ समय पहले से ही बाजार में छोटे नोट लेकर आ जाने चाहिए थे जिससे एटीएम में आसानी से 100 रुपए के नोट लोगों को मिल जाते, इससे लोगों को पुलिस की लाठियाँ भी नहीं खानी पड़ती। चलिये कोई नहीं अब मोदी साहब ने जनता से 50 दिनों का समय मांगा है इन 50 दिनों में सरकार हर वो मुमकिन काम करना चाहेगी जिससे लोगों को नोटबंदी के कारण हो रही परेशानियों से कुछ राहत मिल सके, लेकिन उन लोगों का क्या जिन्हें एक-एक दिन गुजारना मुश्किल हो रहा है यही कारण है कि अभी तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आ चुकी है, कुछ दिन पहले ही पंजाब के एक आदमी ने आत्महत्या कर दी क्योंकि उनकी बेटी की शादी के लिए उन्हें 5 लाख रुपए चाहिए थे, उनके अकॉउंट में 5 लाख रूपये थे लेकिन वो रुपए समय से नहीं मिल पाने के कारण उन्होंने मौत को गले लगा दिया, बताया जा रहा था कि बैंक में कैश खत्म होने के कारण उन्हें बैंक से खाली हाथ लौटना पड़ा और मायूस होकर उन्होंने ये कदम उठाया, ये कहीं न कहीं सरकार की लापरवाही है जिससे लोगों को अपने ही रुपए के लिए परेशान होना पड़ रहा है, ये अगर शरुवात है तो सोचा जा सकता है कि आने वाले 50 दिन और क्या-क्या लेकर आएंगे? ये 50 दिन लोगों के लिए काफी पीड़ाजनक होते दिख रहे है।

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