आज शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो फेसबुक में न आया हो, क्या बच्चे क्या बड़े हर किसी का आज फेसबुक में अकॉउंट है और वो रोजाना कई घण्टों तक फेसबुक में ऑनलाइन रहते है। कभी सोचा है कि जिस फेसबुक को हम आज अपने सबसे करीब रखते है, जिसे आज हम अपना सच्चा दोस्त मानते है और पूरी दुनिया जिससे जुडी है वो फ़ेसबुक क
भी सिर्फ एक कॉलज तक सीमित हुआ करता था और अचानक से पूरी दुनिया में लोकप्रिय होता चला गया।
फेसबुक को 4 अप्रैल, 2004 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने बनाया था जिसका नाम है मार्क ज़ुकेरबर्ग, तब मार्क स्टूडेंट थे और उन्होंने इसे नाम दिया "द फेसबुक"। कॉलेज नेटवर्किग स्केल के रूप में शुरुवात के बाद जल्द ही यह कॉलेज परिसर में लोकप्रिय होती चली गई और कुछ ही महीनों में यह नेटवर्क पूरे यूरोप में पहचाना जाने लगा। अगस्त 2005 में इसका नाम फेसबुक कर दिया गया। देखते ही देखते कॉलज कैंपस से निकलकर फेसबुक ने पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली और आज ये लगभग 35 देशों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट में शुमार है। फेसबुक सिर्फ साइट ही बड़ी नहीं है बल्कि ये आज विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में गिनी जाती है, जिसमे लहभाग 9 हज़ार कर्मचारी है जो की इंजिनियर, आईटी और कम्युनिकेशन के महारथी है। इसके संस्थापक है मार्क ज़ुकेरबर्ग, जो की सबसे सफ़ल युवा बिजनेसमैन में आते है। आज फेसबुक इस क़दर लोगों के सर चड़कर बोल रहा है कि रोज़ाना फसेबूक में 3000 से ज़्यादा नए प्रोफाइल बनते है और हर साल करोड़ों से भी बहुत ज्यादा लोग इससे जुड़ते है। औसत हर व्यक्ति रोज़ाना फेसबुक पर 3 से 4 घण्टे का समय बिताता है ये अपने आप में बहुत बड़ी बात है। सिर्फ भारत से ही फेसबुक को 50 करोड से ज्यादा यूज़र्स फॉलो करते है और इसमें अपने दोस्तों से बातें करते है। आपको जानकर हैरानी होगी की दुनिया में जितनी सेल्फी खिंची जाती है उनमें से 90 प्रतिशत सेल्फी को फेसबुक में अपलोड किया जाता है, हर घंटे में फेसबुक पर 10 हज़ार सेल्फियां अपलोड की जाती है। किसी सोशल साइट के प्रति ऐसी दीवानगी शायद ही कभी देखने को मिले। फेसबुक में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों को फेसबुक द्वारा बेहद ख़ास सुविधाएं दी जाती है, बेहतर सैलरी के साथ साथ काम करने के लिए बेहतर माहौल और हर तरह की आधुनिक सुविधा मिलती है। फेसबुक का कार्यलय अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर में स्तिथ है जिसमें हज़ारों कर्मचारी है। फेसबुक आज के दौर में युवायों को अपनी और सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहा है लेकिन आजकल जिस तरह से साइबर क्राइम में बढ़ोतरी हो रही है उससे फेसबुक की छवि पर भी असर पड़ता है क्योंकि बहुत बार इसमें कुछ लोगों द्वारा नकली आईडी बनायी जाती है जिसका गलत तरीके से इस्तमाल किया जाता है।
आज फेसबुक के बिना हम एक दिन भी नहीं व्यतीत कर सकते क्योंकि फेसबुक एक लत की तरह होती जा रही है, और हो भी क्यों न क्योंकि आज इसमें अरबों लोग जुड़े है। फेसबुक सच में एक ख़ास चमत्कार है जिससे नेटवर्किंग साइट्स की परिभाषा ही बदल दी।
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